विराट हिन्दू सम्मेलन व घर वापसी कार्यक्रम में गरजे जूदेव
हम भारत मां के पुत्र हैं। आज मैं आपको मिशनरी से आगाह करने आया हूं। इन शातिर लोगों ने 150 साल तक भारत को गुलाम बनाए रखा। आज इनका पूरा आक्रमण आदिवासी समाज है में ऐसे लोगों को चेतावनी देना चाहता हंू कि वे देश में सेवा करें सौदा नहीं...
उक्त बातें बिलासपुर के सांसद दिलीप सिंह जूदेव ने बतौर मुख्य अतिथि रविवार को ग्राम कोल्डीहा में आयोजित हिन्दू विराट सम्मेलन में घर वापसी कार्यक्रम में कही। श्री जूदेव ने कहा कि हिन्दू समाज व काारत माता का सबसे सच्चे पुत्र आदिवासी व उरांव समाज पर हमला किया जा रहा है, मैंने अपने क्षेत्र को धर्मांतरण से बड़ी मुश्किल से संकााला है। अगर पूरे देश को संकाालना है तो नौजवानों को एक बड़ा अकिायान चलाना होगा। सांसद श्री जूदेव ने कहा कि हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है हम हर धर्म का सम्मान करते हैं परंतु धर्मांतरण को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इसके जरिए धार्मिक बलात्कार हो रहा है इससे देश खतरे में चला जाएगा हमें देश को सम्भालना है चाहे कितनी भी बाधाएं आ जाए हमें इस दिशा में आगे बढऩा है। हस्तशिल्प बोर्ड के अध्यक्ष अनिल सिंह मेजर ने कहा कि घर वापसी का कार्य राष्ट: धर्म है इसमें हम बढ़-चढक़र सहयोग करना चाहिए।
श्री मेजर ने कहा कि इस कार्य में दिलीप सिंह जूदेव ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है। हमें इस देश में किसी काी धर्म से चिढ़ नहीं है विरोध नहीं है लेकिन हमारे हिन्दु समाज व संस्कृति को बचाए रखने के लिए कुछ काी करना पड़े हम उसके लिए तैयार है। हमें श्री जूदेव के प्रति कृतज्ञ होना चाहिए उनके द्वारा पूरे देश में चलाया जा रहा अकिायान राष्ट: की रक्षा के लिए उठाया गया कदम है।
धर्मसेना के प्रांत प्रमुख सुरेन्द्र मिश्रा ने कहा कि हमें गैरों से नहीं हिन्दू समाज से डर है अगर हिन्दू समाज ठीक हो जाए तो सब ठीक हो जाएगा। हम प्रदेश को शिखर तक ले जाएंगे। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने कहा कि आज हमारे आदिवासी समाज पर प्रहार हो रहा है। आदिवासियों के धर्म परिवर्तन कराए जा रहे हैं। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष ओमप्रकाश जायसवाल, राजपुरोहित जयमुनि शर्मा, बजरंग मुनि, करताराम गुप्ता, अतुल सिंह, अनिल जायसवाल, राजकुमार बंसल, कपिल शास्त्री, मनोज गर्ग कामरेड, हरपाल सिंह कामरा, ओमप्रकाश शास्त्री, धर्मसेना के अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्रा, आकाश गुप्ता, नवनीकांत दत्ता, देवनाथ सिंह, दीपक सिंह तोमर, विश्वविजय सिंह तोमर सहित धर्मसेना के सभी कार्यकर्ता व अन्य लोग उपस्थित थे।
सेवा की आड़ में दूसरा काम
संसदीय सचिव व सामरी विधायक सिद्धनाथ पैकरा ने कहा कि आपसी नाता, रिश्तेदारी, मेल-जोल प्रेमभाव ही हिन्दू संस्कृति है। श्री पैकरा ने कहा कि मैं बाहर से आए हुए लोगों को चेतावनी देना चाहता हूं कि उन्हें यहां हिन्दू संस्कृति के अनुसार ही रहना पड़ेगा। वे यहां अगर शिक्षा बांटने, डॉक्टरी करने या सेवा करने आएं हैं तो सिर्फ यही करें इसकी आड़ में धर्मांतरण जैसा दूसरा काम न करें। संसदीय सचिव ने उपस्थित लोगों को कहा कि आपकी अशिक्षा के कारण आपको बरगलाया जाता है आपको शिक्षा के क्षेत्र में ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि श्री जूदेव मेरी मां के कााई लगते हैं तो वह मेरे मामा लगेंगे।
टारगेट उरांव समाज
श्री जूदेव ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमने आदिवासियों का नमक खाया है। इसाई मिशनरियां सबसे विपन्न, आर्थिक रूप से कमजोर उरांव समाज को लालच देकर टारगेट करके धर्मांतरण करवा रही है। उन्होंने कहा कि आपके सहयोग से हम पूरे देश से धर्मांतरण खत्म कर देंगे। घर वापसी का कार्य हिन्दू हितार्थ व सामाजिक कार्य है।
बाकियों का सवाल ही नहीं उठता
श्री जूदेव ने अपने उद्बोधन में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर वार करते हुए कहा कि अजीत जोगी धर्मांतरण के सबसे बड़े नेता हैं। जब मैंने उन्हें उखाड़ फेंका तो बाकियों का सवाल ही नहीं उठता। श्री जूदेव ने कहा कि आज देश में हिन्दू गुरूओं आसाराम बापू, बाबा रामदेव को बेवजह फंसाया जा रहा है।
६२ ने की घर वापसी
घर वापसी कार्यक्रम में धर्मांतरण कर धर्म से काटके ६२ लोगों को घर वापसी कराई गई। सकाी लोगों का दिलीप सिंह जूदेव, अनिल सिंह मेजर, सिद्धनाथ पैकरा, दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र शत्रुंजय जूदेव ने पैर धोकर घर वापसी कराया।
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