मंगलवार, 27 सितंबर 2011

आखिर इस कानून का उद्देश्य क्या है - पूर्णेंदु सक्सेना


राष्ट्रीय स्वयंसेवक  संघ छ्त्तीसगढ़ प्रांत ने केन्द्र सरकार द्वारा लाये जा रहे साम्प्रदायिक और लक्षित अधिनियम 2011 को  संवैधानिक  ढांचे के प्रतिकूल बताया है और आशंका  जताई है कि यह बहुसंख्यक  समाज को  तोडऩे तथा निष्पक्ष न्याय की हत्या करने वाला अधिनियम साबित होगा। 24 सितम्बर के  पत्रकारवार्ता में छत्तीसगढ़ प्रांत के सहप्रांत संघचालक डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना ने बताया कि केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय सलाहकार परिषद जिसकी  राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी है जल्द ही एक  नया कानून लाने जा रही है। जिसे साम्प्रदायिक  व लक्षित अधिनियम 2011 नाम दिया गया है। सरकार ने अब तक  इस कानून के संबंध में यह नहीं बताया है कि आखिर इसका  उद्देश्य क्या है। इसकी विभिन्न धाराओं को देखने से पता चलता है कि यह कानून समाज को स्पष्टत: दो वर्गों में विभाजित करने वाला है और बहुसंख्यक  हिन्दू समाज के लिए घातक  होगा। इसी को  ध्यान में रखते हुए  छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में समाज के प्रतिष्ठित जाति प्रमुख एवं समाज ·के  नेताओं का एक  विशाल सम्मेलन करने जा रही है। 25 जिला ·केन्द्रों में लगभग 2500 जाति प्रमुखों, संत-समाज, युवा, मातृशक्ति एवं बुद्धिजीवी वर्गों तक  पत्रक  , सम्पर्क  व साहित्य के द्वारा इस विषय को जन-सामान्य तक  पहुंचाने का प्रयत्न किया जायेगा। यह अभियान रविवार दिनांक 25 सितंबर से जिला केन्द्रों में प्रारंभ होगा। 

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